Saturday, May 17, 2025

जीवन

यूं ही जीवन कट जाएगा
बोझ ये सारा घट जाएगा 
काले बादल सा जो फैला 
सब अंधियारा छंट जाएगा 
सबक दिए जो इस जीवन ने 
पाले तुमने जो उपवन में
उनको साथ हमेशा रखना
मुश्किल वक्त भी कट जाएगा 
इक छोटी सी है फुलवारी 
दिखती है जो दुनिया सारी 
इसके फूलों की खुशबू से 
राग-द्वेष सब हट जाएगा 
अहंकार का फेर है सारा
मिट्टी जैसा है जग सारा
जब देगी आवाज ये मिट्टी
भेद ये सारा मिट जाएगा

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