Sunday, September 4, 2016

हमारे अंदर का अल्बर्ट पिंटो

क्रोध यूं तो कोई ठीक बात नहीं
गांधी और कृष्ण के देश में तो बिल्कुल भी नहीं
तो क्या बेहतर है?
विष पीकर नीलकंठ हो जाना?
लेकिन क्रोध तो गांधी और कृष्ण का भी दब न सका
शिव का भी नहीं
क्रोध को पी जाने से बेहतर है
इसे दिशा दे जाना
अल्बर्ट पिंटो बन जाने के लिए...

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