मौत को रखा करो आंखों के सामने
इसे रोज़ महसूस किया करो
इससे डरो नहीं, बात किया करो
सैकड़ों सबक समेटे हुए है मौत
हज़ारों अनुभव हैं इसके पास
इनसे सीखा करो कुछ
जब भी कभी अहंकार से भर जाए मन
ख़ुद को ख़ुदा महसूस करने लगो
पांव जब ज़मीन पर न लगें
बेवजह हवा में उड़ने लगो
गर्दन और आंखें झुकने से इन्कार करें
तो मौत से बात किया करो, इससे डरो नहीं...
बहुत ही सहज और स्टीक
ReplyDeletethanks ji
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